नक्सलवाद, माओवाद आदि अनेक विचारधारायें
कहती हैं आग लगा दो
सिस्टम को जला दो
दावानल ने किसी को पूछ कर जलाया है कभी ?
विज्ञान और वेदों ने कहा की आग तो है हममें भी
पर हमें घर नहीं जलाने हैं भाई
हमें आग से लुहार-सुनार माफ़िक
औज़ार, हथियार, गहने बुनने हैं।
तूफ़ान से पस्त, सिस्टम से अस्त
साथियों संग खड़ा होना है
नष्ट करने को नहीं
सृष्टि के लिये लड़ना है।
गालियाँ नहीं देनी
आत्मा जगानी है
विश्वास करो, वही आग वहाँ भी है
हिमखण्ड के नीचे।
निराशा का हिमखण्ड हटाना है।
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